our history
ईश्वरीय विधान से प्रेरित होकर पण्डित मौजी राम इण्टर काॅलिज के जनक विद्यालय श्री गंगा पब्लिक स्कूल की स्थापना 10 फरवरी 2000 दिन गुरुवार वसन्त पंचमी को मनीषी श्री मौजी राम शर्मा व पवित्रता की प्रतिमूर्ति श्रीमती गंगा देवी के पुत्र श्री क्षेत्रपाल शर्मा व श्री महेन्द्र पाल शर्मा के मस्तिष्क में समाज हित व राष्ट्र चिन्तन के भाव से हुई। जिससे ग्रामीण क्षेत्र में भी शिक्षा का प्रचार प्रसार हो सके। वर्तमान प्रतिस्पर्धा को ध्यान में रखते हुए तथा समाज की आवश्यकताओं को महत्व देते हुए प्रबन्ध तंत्र ने पण्डित मौजी राम इण्टर काॅलिज की मान्यता माध्यमिक शिक्षा परिषद उ0 प्र0 प्रयागराज से हाईस्कूल व इण्टरमीडिएट के तीनों विषय वर्गों में दिनांक 22 सितम्बर 2009 को मान्यता संख्या 1913 द्वारा प्राप्त की। पण्डित मौजी राम इण्टर काॅलिज पिछले दशक से ग्रामीण क्षेत्र के सामान्य परिवारों के विद्यार्थियों को बैंक, पुलिस, वायु सेना, थल सेना, शिक्षा विभाग, पी.एस.यू आदि सरकारी सेवाओं में स्थापित कर चुका है। शिक्षा, संस्कार, अनुशासन पण्डित मौजी राम इण्टर काॅलिज के पर्याय हो चुके हैं। किसी भी शिक्षण संस्थान के चहुँमुखी विकास के लिए शिक्षार्थी, शिक्षक, अभिभावक, प्रधानाचार्य व प्रबंध तंत्र सभी में अच्छा तालमेल होना अति आवश्यक है। वह इस संस्था में पूर्णरूपेण है। इस कार्य का श्रेय संस्था के संस्थापक श्री क्षेत्रपाल शर्मा का है इसी का परिणाम है कि यहां के विद्यार्थी जिला टॉप टेन में आते हैं। 2015 में अजीत कुमार ने कक्षा 10 में जिले में तृतीय स्थान व 2018 में कक्षा 10 में अदिति चैधरी ने जिले में दसवां स्थान प्राप्त कर काॅलिज का नाम रोशन किया।